एकाधिकेन पूर्वेण सूत्र
एकाधिकेन पूर्वेण सूत्र वैदिक गणित का पहला सूत्र है (यह सूत्र हर जगह पहले स्थान पर आपको मिलेगा इसलिए हम भी इसी क्रम को मानकर यह पोस्ट और अन्य भी पोस्ट लिखेंगे ). यह सर्वाधिक उपयोग होने वाले सूत्रों में से एक है. 'एकाधिकेन' सूत्र की उपयोगिता गणित के कितने क्षेत्रों में है इस बात का आकलन करने से पहले यह भी जान लें कि स्वामी तीर्थ जी ने इस सूत्र पर पूरा का पूरा एक किताब लिखा था (ऐसा sources कहते हैं ; संभवतः उस हस्तलिपि का अस्तित्व अब नहीं है) . अतः वर्तमान में इस सूत्र के जितने प्रयोग प्रचलित हैं हम भी उन्हें ही पढ़ेंगे.
कहाँ-कहाँ इस सूत्र का प्रयोग होता है :
- भिन्नों को दशमलव में बदलने के लिए.[भाग-1] और [भाग-2]
- 'अन्त्ययोर्दशकेऽपि' उपसूत्र की सहायता से संख्याओं का गुणा और वर्ग करने के लिए.
- किसी संख्या का किसी अन्य संख्या से विभाज्यता का जाँच(divisibility test) करने के लिए.
- आंशिक भिन्नों के प्रयोग से समाकलन(integration).
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